कूंची से रचा इतिहास: जगदीश चंद्र पांडे को मिला ‘शिल्प रत्न पुरस्कार’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया सम्मानित
रिपोर्ट–दिशा शर्मा
जनहित इंडिया
हल्द्वानी। उत्तराखंड की लोककला और पारंपरिक चित्रकला को देशभर में नई पहचान दिलाने वाले हल्दूचौड़ कस्बे के क्वालिटी कॉलोनी निवासी जगदीश चंद्र पांडे को उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2024 का श्शिल्प रत्न पुरस्कारश् प्रदान किया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कर कमलों से प्रदान किया गया। पुरस्कार में 1 लाख की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और एक मेडल शामिल है। जन्म से ही कला के प्रति स्वप्रेरित रहे जगदीश चंद्र पांडे ने अपने अंतरमन से उपजे भावों को चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्त कर कला की दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया है। उनकी चित्रकारी ऐसी जीवंतता लिए होती है कि देखने वाले को प्रतीत होता है मानो चित्र स्वयं संवाद कर रहे हों। उनकी कला को न केवल उत्तराखंड में बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में भी सराहना मिली है। उनकी इस उपलब्धि पर सांसद अजय भट्ट, विधायक डॉ. मोहन बिष्ट, पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल, पूर्व विधायक नवीन चंद दुम्का, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरेंद्र बोरा, जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला, गायत्री शक्तिपीठ के प्रबंधक बसंत पांडे, दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, हल्द्वानी के महापौर गजराज बिष्ट, ग्राम प्रधान निर्मला जग्गी पवार समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। इसी कड़ी में प्रख्यात आध्यात्मिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जगदीश चंद्र पांडे को विशेष रूप से सम्मानित करने की घोषणा की है। समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव महात्मा सत्यबोधानंद जी ने कहा कि यह सम्मान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है।